झारखण्ड में अफ्रिकीअन स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ गया है।अफ्रीकन स्वाइन फीवर से बड़ी संख्या में सूअरों की मौत की मौत हो रही है। यह बीमारी अब इंसानो में भी बड़ी तेजी से फ़ैल रही है।  Swine Flu in Jharkhand झारखंड की राजधानी रांची में स्वाइन फ्लू ने दस्तक दे दी है। बोकारो और गिरिडीह के बाद रांची में तीन लोग इस फ्लू से संक्रमित हो चुके हैं। इसके बढ़ते हुए मामलो को देखते हुए रिम्स व सदर में 20 बेड आइसाेलेशन वार्ड में आरक्षित रखा गया है। जिसमें रिम्स में 15 और सदर में 5 वार्ड हैं।

अब हालत यह है की स्वाइन फ्लू पुरे राज्य में फ़ैल गया है। शुकर प्रजन्न केंद्र व वेटनरी कालेज में 500 से अधिक सुअरों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू एनवनएचवन वायरस से फैलता है। संक्रमित में मौसमी बीमारी के लक्षण की तरह ही होता है, इसलिए सर्तकता और सावधानी बरतनी चाहिए। स्वाइन फ्लू वायरस एक प्रकार का इंफ्लूएंजा है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।

स्वाइन फ्लू के लक्षण?चिकित्सकों के अनुसार, बुखार आना, सिरदर्द, डायरिया, सर्दी-खांसी, गले में खराश, ठंड लगना, थकान आदि स्वाइन फ्लू के लक्षण हैं। बुखार अगर जल्द ठीक नहीं होता है तो डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। स्वाइन फ्लू से बचावस्वाइन फ्लू से बचाव के लिए खांसते और छींकते समय मुंह पर रूमाल रखना चाहिए तथा मास्क का नियमित इस्तेमाल से करना चाहिए। भोजन करने से पहले हाथों को अच्छी तरह से साबुन से धोएं। पौष्टिक आहार लें। मरीजों से मिलते समय दूरी का ध्यान रखें तथा भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें   लगातार इस वायरस के संक्रमण से सुअरों की मौत हो रही है, जिसके बाद कई दिशा-निर्देश जारी किया गया है। जानवरों की खरीद- बिक्री नहीं करनी है। इसके साथ सुअरों के मांस खाने से परहेज करना है।

 इस संक्रमण को ना ही कोई इलाज है और ना ही कोई वैक्सीन ।इसीलिए आप सब को इस से बचने के सभी तरीको को अपनाना चाहिए।

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