प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का भारत को आत्मनिर्भर भारत बनाने का सपना अब सिर्फ सपना नहीं रहा। भारत लगतार इस दिशा में कार्य कर रहा है। इसी दिशा में एक कदम उठाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को स्वदेश निर्मित कई हथियार सौंपे है। इसके साथ ही भारतीय सैनिको को मेड इन इंडिया के अंतर्गत बनी इफैन्ट्री कैंबैट की गाड़ियां भी सौंपी गयी है। इन स्वदेशी निर्मित हथियारो में एके-203 और एफ-इंसास राइफलों के अलावा नई एंटी पर्सोनेल माइन ‘निपुण’ भी शामिल है।  यह सारे नए हथियार ईईएल व अन्य भारतीय कंपनियों ने विकसित किए हैं। इन सारे हथियारों की मदद से भारतीय सेना लद्दाख से लेकर राजस्थान के थार के रेगिस्तान तक दुश्मन देश (पाकिस्तान, चीन) को हरा सकती है।

भारतीय सेना को एफ-इंसास, निपुण और लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्‍ट जैसे घातक स्वदेशी हथियार दिए हैं जिनसे भारतीय सेना की ताकत और बढ़ गई है साथ में चीन और पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ गई है। एफ-इंसास का पूरा नाम फ्यूचर इन्फैंट्री सोल्जर ऐज अ सिस्टम है। यह सिस्टम खास तौर से थल सेना के लिए बनाया गया है। इस सिस्टम के तहत बने हथियारों से सेना अँधेरे में भी अपने  ऑपरेशन को अंजाम दे सकती है। इस सिस्टम के तहत बने हुए हथियारों से वार्तालाप की समस्या भी काफी काम हो जाएगी। एफ-इंसास सिस्टम के तहत सेना को एके-203 असॉल्ट राइफल, बुलेट प्रूफ जैकेट, बलिस्टिक हेलमेट और गॉगल्स, अडवांस्ड कम्युनिकेशन सिस्टम, राइफल के ऊपर होलोग्राफिक लेंस और हेलमेट पर अंधेरे में देख पाने वाले उपकरण मिला है।

वही निपुन माइंस भारत में विकसित की गई बारूदी माइन है जिनसे दुश्मन सेना को आगे बढ़ने से रोका जा सकता है। ऐंटी पर्सनेल माइंस भी भी है क्योकि इन्हे इंसानों के खिलाफ भी इस्तेमाल।किया जा सकता है। देश में निर्मित यह माइंस बहुत ही हलकी है जिससे इनका इस्तेमाल राजस्थान जैसे इलाके में आसानी से हो सकता है। इसके साथ ही सेना को लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट भी मिला है। इसे एक्वेरियस शिप यार्ड लिमिटेड नामक कंपनी ने बनाया है। यह सारे हथियार मेक इन इंडिया के तहत बनाये  गए है।

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