आज पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की चौथी पुण्यतिथि है। आज से चार साल पहले वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में निधन हुआ। इस मौके पर देशम भर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है।राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दिल्ली स्थित ‘सदैव अटैल’ जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इनके अलावा पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जे पी नड्डा, राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी भारत रत्न वाजपेयी को पुष्पांजलि अर्पित की।
तीन बार देश के पीएम बने
वाजपेयी देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे। वह पहली बार 1996 में 13 दिनों के लिए, दूसरी बार 1998 में 13 महीनों के लिए पीएम बने। 1999 में उन्होंने पीएम के रूप में पांच वर्षों का कार्यकाल पूरा किया। साल 1980 में उन्होंने श्री लाल कृष्णा अडवाणी के साथ भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी। इसके बाद एक राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा की यात्रा शुरू हुई। 27 मार्च 2015 को पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था।
भारत को सशक्त बनाया
श्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के विकास में कई उल्लेखनीय योगदान दिए थे। उन्होंने न केवल भारत के प्रधान मंत्री के रूप में बल्कि विदेश मंत्री और संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया। वह सामाजिक समानता के सच्चे पैरोकार और महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रबल समर्थक भी थे। 1998 से 2004 तक उनके कार्यकाल में भारत की GDP ग्रोथ की बढ़ोतरी 8 फीसदी तक हुई, महंगाई दर 4 फीसदी से कम और विदेशी मुद्रा भंडार पूरी तरह भरे रहे। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की। 6 से 14 साल के बच्चों को मुफ्त प्राथमिक शिक्षा देने के लिए एक सामाजिक योजना की शुरूआत की गई. 2001 में वाजपेयी सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान को लॉन्च किया। उनके कार्यकाल के दौरान, भारत ने अपने व्यापार में सुधार किया और चीन के साथ क्षेत्रीय विवादों को कम किया। उन्होंने स्वर्णिम चतुर्भुज और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत की। उनकी सुरदर्शिता के कारन स्वर्णिम चतुर्भुज योजना ने चेन्नई, कोलकाता, दिल्ली और मुंबई को हाईवे नेटवर्क से जोड़ा. वहीं, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के जरिए गांवों को पक्की सड़कों के जरिए शहरों से जोड़ा गया। उन्होंने कई नए विभागों का गठन किया। उन्ही के सानिध्य में भारत में राजस्थान के पोखरण में सफल परमाणु परिस्काण किये और देश को एक नयी दिशा प्रदान की।